गुफा संख्या 9 सातवाहन काल की है जो ईसा से 100 वर्ष पूर्व की है हीनयान महायान से संबन्धित है चैत्य गुफा है
09 | 10 | 16 | 17 | 01 | 02 |
100 ईसा पू0 | 200 ईसा पूर्व | 475ई0-500 | 475ई0- | 500-628AD | 500-628 AD |
सातवाहन हीनयान महायान | शुंग सातवाहन छदन्त जातक | वाकाटक गुप्तकाल मरणासन्न राजकुमारी | 500ई0 वाकाटक गुप्तकाल चित्रशाला सबसे अधिक चित्र | गुप्तकाल चालुक्य शैल स्थापत्य | वाकाटक ,गुप्तकाल, दो अंगूठे वाली रमणी मरणासन्न राजकुमार। |
गुफा 09 के चित्र –
1 स्तूप पूजा
2 शंख शहनाई
3 पशुओ को खदेड़ते चरवाहे
4 झांज म्रदंग बजाते वादक
5 दो नाग पुरुष एक बैठी स्त्री इसको जॉन ग्रिफिक्स ने खोजा था
गुफा 10 के चित्र –
1 साम जातक
2 छदन्त जातक
3 एक जुलूस
4 बोधिव्रक्ष की उपासना हेतु राजा तथा उनका दल
गुफा संख्या 16,17 के चित्र –
गुफा 16 | गुफा 17 |
1 माया देवी का स्वप्न 2सुजाता की खीर 3 अजातशत्रु 4 बुद्ध की भेंट
5 मरणासन्न राजकुमारी 6 बुद्ध का जन्म 7 बुद्ध का ग्रहत्याग 8 प्रवेश द्वार पर 2 हाथी 9 धनुर्भ्यास 10 बुद्ध उपदेश भव्य चित्र | 1 विलासी वैराग्य 2 पागल हाथी पर अंकुश
3 हंस जातक 4 यशोधरा की भिक्षा माता पुत्र राहुल समर्पण 5महकपी जातक ,बोधिसत्व रूपी 6 सिहलवादन 7 म्रग जातक 8 श्रंगार करती राजकुमारी
9 उड़ती हुई गंधर्व अप्सराये तथा इन्द्र का अंकन |
budh updesh
गुफा संख्या 1,2 के चित्र-
गुफा 01 | गुफा 02 |
1 बोधिसत्व पदमपाणि 2 मार विजय 3 शिवि जातक 4 श्रावस्ती का चमत्कार
5 ब्रजपाणि 6चींटियों के पहाड़ पर साँप की तपस्या 7छतों मे कमल व हंसो के अलंकरण 8 बैलो की लड़ाई 9 प्रेमी युगल 10 काली राजकुमारी 11 पुलकेशियन द्वितया के दरबार मे विदेशी राजदूत का चित्र 12 अवलोकितेशवेर 13 नाग राज की सभा | 1 महा हंस जातक 2 विदूर पंडित की कथा
3 माया देवी का स्वप्न
4मरणासन्न राजकुमारी का चित्र 5 दो बाए अंगूठे वाली रमणी 6 बुद्ध जन्म 7 झूला झूलती राजकुमारी
8 तुषित चित्र 9 सर्वनाश 10 प्राणो की भिक्षा
11 दया याचना |
पदम पाणि क बोधिसत्व का चित्र गुफा न0 01 मे मिलता है इसके हाथ मे नीले रंग का कमल है
अवलोकितेशवेर बोधिसत्व का चित्र गुफा न0 01 मे मिला है
मरणासन्न राजकुमारी का चित्र गुफा 16 मे है मरणासन्न राजकुमारी का नाम सुंदरी है जो बुद्ध के मौसेरे भाई नन्द की पत्नी है
काली अप्सरा का चित्र गुफा 17 मे मिला है
गुफा 09 ,10 का समय सबसे प्राचीन है 200 ईसा पू0 से 300ई0 तक है
16व 17 गुफा 350 ई0 से 500 ई0 या 475-500 तक
1व 2 सबसे नवीन गुफा है fergusan के अनुसार 500 ई0 से 628 ई0 तक
बिना चित्रो की दृष्टि से प्राचीन गुफा 13 है ।
अजंता के भित्ति चित्रो के रंग कैसे थे –
खनिज रंगो का प्रयोग सफ़ेद,चुना,खड़िया,जिप्सम,चीनी,मिट्टी
लाल रंग के लिए लाल भूरा गेरू या चिरोंजी का इस्तेमाल किया जाता था
पीला रंग के लिए रामराज ,पीली मिट्टी ,चमकदार पीला
नीला – ( लेपिस लाजुली पत्थर से ) फारस से आता था 16 ,17 गुफा मे लगा है
काला – काजल
400ई0 से पहले नीले रंग का प्रयोग नहीं हुआ
(अजंता के महत्वपूर्ण तथ्य)
20 प्रकार की रेखाये का प्रयोग हुआ है
सर्वाधिक अलंकरण गुफा 1 मे हुआ है सबसे अधिक चित्र 17 गुफा मे है
ये मूर्तिकला ,स्थापत्य कला, चित्रकला तीनों का संगम है
अजंता कि गुफा 850 वर्षो मे बनाकर तैयार हुई
कुल 547 जातक कथाये है
लामातारानाथ के अनुसार (देव शैली मे निर्मित चित्र है )
सर्वोत्क्रष्ट करी गुप्तकाल मे हुआ भित्ति चित्रण फ्रेस्स्को सेक्कों सुखी भित्ति मे हुआ है ।
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