1. वैदिक काल का परिचय समयकाल: 1500 ई.पू. से 600 ई.पू. सभ्यता का आरंभ: वैदिक युग का आरंभ धातु युग के साथ हुआ। आर्यों …
सौंदर्यशास्त्र (Aesthetics): परिचय और परिभाषा मूल: यूनानी भाषा के शब्द 'एस्थेसिस' से 'एस्थेटिक' शब्द…
चित्रकला के इतिहास में ऐसे तमाम चित्र हैं जो न केवल अपने कला गुणों के कारण प्रसिद्ध हैं, बल्कि अपने साथ जुड़े सन्दर्भों …
किसी भी कला से संबंधित विषय की जानकारी के लिए मात्र यह जानना जरूरी नहीं कि हम यह जाने की इस काल में कलाकारों ने क्या कि…
सीमेंट से सनी दीवारें मिट्टी की खुशबू छीन लेती हैं। भारतीय दर्शन कहता है 'गंधवती पृथ्वी'। मिट्टी की अपनी एक खुश…
"एक कलाकार को उसकी मेहनत के लिए नहीं, बल्कि उसके मन के लिए भुगतान किया जाता है," यह कथन कलात्मक मूल्य के सार…
प्राचीन मृदभांड (क्ले पॉटरी) मानव सभ्यता के विकास और सांस्कृतिक विरासत के महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक है। ये कलाकृत…
यह निर्भर करता है कि लेखक और कलाकार के बीच किस प्रकार का समझौता या उद्देश्य है। आमतौर पर, एक लेखक के लिए कला समीक्षाओ…
इंस्टॉलेशन आर्ट एक समकालीन कला रूप है जिसमें कलाकार किसी विशेष स्थान में कला के अनुभव को बनाने के लिए विभिन्न वस्तुओं…
बंगाल की परंपरागत पट चित्रकला (Pat Chitra) पश्चिम बंगाल और ओडिशा के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित एक अनोखी लोक कला है, …
भारतीय कला और चित्रकला में दीपक (दीया) और प्रकाश स्तंभ का चित्रण एक महत्वपूर्ण प्रतीकात्मक भूमिका निभाता है। ये दोनों…
"शील" (शिष्टता या शालीनता) और "अश्लील" (अशिष्टता या अशालीनता) के बीच का अंतर एक गहरी और जटिल बहस …
कला मानव अनुभव का एक अभिन्न अंग है, जो सृजन, अभिव्यक्ति और सौंदर्य के माध्यम से हमारे जीवन को समृद्ध करती है। इसे परिभ…
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