भारतीय कला और कलाकार
भारतीय चित्रकला का इतिहास लगभग 5 हजार वर्ष पुराना है।
एन. सी. मेहता ने अपभ्रंश शैली को गुजराती शैली के नाम से संबोधित किया है।
चित्रसूत्र में चित्रों के 4 प्रकार बताए गए हैं।
प्रगतिवादी समूह के कलाकार गायतोंडे एक पेंटर थे।
भारत के सबसे बड़े घनवादी कलाकार नारायण श्रीधर बेंद्रे हैं।
भानु अथैया देश की पहली ऑस्कर विजेता हैं।
सैंड आर्टिस्ट के रूप में सुदर्शन पटनायक जाने जाते हैं।
रुचिका आर्ट गैलरी गोवा में है।
संथाल स्त्रियों को प्रमुख रूप से यामिनी राय ने चित्रित किया।
'द सेंस ऑफ ब्यूटी' सौंदर्यशास्त्र पुस्तक के लेखक जी. संतायाना हैं।
'द वर्टिकल वुमन' नामक मूर्तिशिल्प रामकिंकर बैज ने निर्मित किया।
के. जी. सुब्रमण्यम की प्रसिद्ध पेंटिंग 'सेंट एंड्रयूज में विवाह' है।
विनोद भारद्वाज का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था।
डी. पी. राय चौधरी के चित्रण का विषय अधिकांशतः महिला था।
'हुमायूं जीवन भर लड़खड़ाता रहा और लड़खड़ाते हुए ही उसकी मृत्यु हो गई' कथन लेनपुल का है।
'ब्लैक पेजेज ऑफ द इंडियन रिपब्लिक' चित्र श्रृंखला रणवीर सिंह बिष्ट की है।
'इंदिरा का पियानो' इंस्टालेशन विवान सुंदरम का है।
'कॉंगड़ा पेंटिंग ऑन लव' पुस्तक के लेखक एम. एस. रंधावा हैं।
'ब्लू पॉटरी का जादूगर' कृपाल सिंह शेखावत को कहा जाता है।
'आरा' अपने स्थिर वस्तु चित्र के लिए जाने जाते हैं।
बी. सी. सान्याल को ललित कला सम्मान 1984 में मिला।
अवनींद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित छोटा स्कूल बंगाल स्कूल के नाम से विख्यात हुआ।
तैयब मेहता का प्रसिद्ध चित्र 'काली' है।
असित कुमार हलदर और नंदलाल बोस ने 1921 में बाघ की प्रतिलिपियाँ तैयार की।
नई दिल्ली स्थित जंतर-मंतर का निर्माण राजा सवाई सिंह ने करवाया था।
दसवंत के रज्मनामा में 20 चित्र मिलते हैं।
प्रागैतिहासिक और सिंधु घाटी सभ्यता
लोथल भारत में स्थित है।
मिर्जापुर की गुफाओं में सर्वाधिक चित्र आखेट विषय पर हैं।
मिट्टी का बना हल बनवाली से मिला है।
हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः लाल रंग का प्रयोग हुआ है।
पशु युक्त मोहरें मोहनजोदड़ो में पाई गईं।
मोहनजोदड़ो स्नानागार के पूर्व दिशा में स्थित स्तूप का निर्माण कुषाण काल में किया गया था।
सिंधु सभ्यता में प्राप्त पूर्ण परिपक्व प्रामाणिक छह स्थानों को नगरों की संज्ञा दी गई है।
सिंधु घाटी सभ्यता में मोहरों का उपयोग व्यापार के लिए होता था।
मिट्टी के बर्तनों का आविष्कार नवपाषाण काल में हुआ।
प्रगैतिहासिक चित्रों का विषय पशु, मानव, और पक्षी था।
पाषाणयुगीन कलाकार आखेटक (शिकारी) होते थे।
गुफा और स्थापत्य कला
चैत्य का निर्माण पीछे के भाग से आरंभ किया जाता है।
एलिफेंटा गुफा की सीमाएं समुद्र से घिरी हुई हैं।
अजंता की गुफा संख्या 2 में 'एक हजार बुद्ध' चित्रित हैं।
अजंता गुफाएं 1819 में प्रकाश में आईं।
अजंता में दो प्रकार की गुफाएं हैं (चैत्य और विहार)।
'मृगनयनी का महल' ग्वालियर में स्थित है।
सांची स्तूप रायसेन में है।
मथुरा में उपलब्ध जैन कला के प्रतीक पाषाण छत्र हैं।
चंदेल शासकों द्वारा निर्मित चतुर्भुज मंदिर खजुराहो में स्थित है।
भारत में सबसे प्राचीन विहार भाजा है।
सास बहू मंदिर ग्वालियर में है।
मथुरा कला में ब्राह्मण, जैन और बौद्ध धर्मों का संगम दिखाई देता है।
मुगल और अन्य शैलियाँ
ईरान के राजाओं को शाहनामा नामक सचित्र मुगल पोथी में अंकित किया गया।
जैन धर्म की सबसे प्राचीन सचित्र पांडुलिपि 'औघनियुक्ति वृर्ति' का रचनाकाल 1060 ईसवी है।
जहांगीर ने 'द्वि-अस्पा' एवं 'सिंह-अस्पा' प्रथा प्रारंभ की थी।
मुगल शैली के संस्थापक अकबर के शासनकाल में साहित्य का स्वर्ण युग था।
मुगलकाल का प्रसिद्ध 'चिड़ियों का चितेरा' मंसूर था।
दक्कनी लघुचित्र शैली में चित्रित ग्रंथ 'आचार्य दानिश' पंचतंत्र पर आधारित है।
हुमायूँ का मकबरा ताजमहल का पूर्ववर्ती माना जाता है।
ईरानियों को औरंगजेब के शासनकाल में उच्च पद प्राप्त हुए थे।
दारा शिकोह ने उपनिषदों का फारसी भाषा में अनुवाद 'सिर्र-ए-अकबर' नाम से करवाया।
अहमदनगर को अकबर ने 1601 में जीता था।
मीर सैय्यद अली शिराज का निवासी था।
मेवाड़ में उदयपुर के अतिरिक्त नाथद्वारा, चित्तौड़ और चावंड में चित्रकारी होती थी।
हुमायूँ के भाई हिन्दाल, कामरान और अस्करी थे।
पश्चिमी कला और विश्व इतिहास
'जॉय ऑफ लाइफ' पेंटिंग हेनरी मातिस की है।
प्रसिद्ध आधुनिक पेंटर जैक्सन पोलक अमेरिका के थे।
रेनवार एक प्रसिद्ध फासीवादी कलाकार थे।
'स्थिति लघव दुखने वाला' प्रथम यूनानी चित्रकार कीमोन था।
'लाइफ ऑफ माइकल एंजेलो' पुस्तक के लेखक रोमा रोला हैं।
अमेरिका में पॉप कला 1960 में आरंभ हुई।
लुबोक एक प्रसिद्ध रूसी प्रिंट है।
मूवेबल टाइप का आविष्कार बी शेंग ने 1040 ईस्वी में किया था।
'जान बाइक' वह पहला पेंटर था, जिसने तेल चित्रांकन आरंभ किया।
'द एनालिसिस ऑफ ब्यूटी' को विलियम होगार्थ ने प्रकाशित किया।
कोलाज एक आधुनिक माध्यम है।
यक्षगान का संबंध कर्नाटक राज्य से है।
कला एक महत्त्वपूर्ण विधा है, यह कॉलिगवुड ने कहा था।
'कला एक अभिव्यक्ति है' यह कथन क्रोचे का है।
चक्रवर्ती रेखाएँ आघात को अभिव्यक्त नहीं करती हैं।
हेनसांग सम्राट हर्ष के शासनकाल में भारत आया था।
चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने अंतिम दिनों में जैन धर्म को अपना लिया था।
'प्रभाववाद का पूर्वज' और 'रोमांसवाद का प्रणेता' टर्नर को माना जाता है।
विविध
तारीख-ए-अल्फी दुनिया का इतिहास है।
'चौक पूरना' उत्तर प्रदेश में अल्पना को कहा जाता है।
'जयपुर' को गुलाबी नगर कहते हैं।
सबसे सॉफ्ट लेड वाली पेंसिल 9B है।
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