कला तथ्य - 5

 

भारतीय कला और कलाकार

  • बौद्ध पुस्तक ताम्र पट्टीका पर लिखी गई है।

  • जगदीश गुप्त भारतीय प्रागैतिहासिक चित्रकला के लेखक थे।

  • भारतीय सौंदर्यशास्त्र का मूल स्रोत धर्म और दर्शन है।

  • सदानंद बाकरे का जन्म 1920 में हुआ था।

  • उषा अनिरुद्ध और नल दमयंती का चित्रण चंबा में चित्रकार निक्का ने किया।

  • यामिनी राय ने संथाल स्त्रियों को प्रमुख रूप से चित्रित किया।

  • डी. पी. राय चौधरी एक प्रसिद्ध मूर्तिकार थे।

  • परमानंद चोयल 'भैंसों के कलाकार' के नाम से प्रसिद्ध हैं।

  • 'बाउल गायन' बंगाल का एक लोक गीत है।

  • नैनसुख गुलेर शैली का चित्रकार था।

  • भूपेन खक्कर के प्रमुख चित्र हैं- 'पोट्रेट ऑफ शंकर भाई पटेल', 'जलेबी खाता हुआ आदमी', 'गोवा के मछुआरे'।

  • अवनिंद्रनाथ टैगोर को कला जगत में "अवनी बाबू" के नाम से जाना जाता था।

  • 'इनर जंगल' चित्र श्रृंखला देवकीनंदन शर्मा की है।

  • मुकुल डे एक प्रसिद्ध प्रिंटमेकर थे। वे अन्य तीन (अमृता शेरगिल, एन.एस. बेंद्रे, और के.एस. पन्निकर) से असंबद्ध हैं।

  • राय कृष्णदास ने पटना शैली को बाजार शैली का नाम दिया था।

  • मथुरा कला में ब्राह्मण, जैन और बौद्ध धर्मों का संगम दिखाई देता है।

  • धनराज भगत का जन्म 1917 में हुआ था।

  • 'आर्ट टुडे' पत्रिका का संपादन जोगेंद्र चौधरी ने किया था।

  • के.जी. सुब्रमण्यम मूर्तिकार और भित्तिकार दोनों थे।

  • मारियो मिरांडा एक प्रसिद्ध व्यंगचित्रकार थे।

  • अवतार सिंह पंवार 'सुजाता' के चित्रकार हैं।

  • राजस्थान की जयपुर शैली के भित्तिचित्र सूखी सतह पर बनाए गए हैं।

  • 'ब्लैक पेजेज ऑफ द इंडियन रिपब्लिक' चित्र श्रृंखला रणवीर सिंह बिष्ट की है।

  • ढोला-मारू विषयक चित्र मेवाड़ शैली से संबंधित हैं।

  • भारत में राष्ट्रीय प्रेस के संस्थापक राजा राममोहन राय माने जाते हैं।

  • राम कुमार का जन्म 1924 में हुआ था।

  • 'अनुकरण का सिद्धांत' अरस्तु ने दिया।

  • मार्च 2013 में गणेश पाई का कोलकाता में निधन हुआ था।

  • अकबर और जहांगीर काल में शबीह (पोट्रेट) शैली पर विशेष प्रभाव पड़ा।

प्राचीन भारतीय इतिहास और कला

  • जयदेव सेन राजवंश के कवि थे।

  • सिंधु सभ्यता में प्राप्त पूर्ण परिपक्व प्रामाणिक छह स्थानों को नगरों की संज्ञा दी गई है।

  • सिंधु घाटी सभ्यता में मोहरों का उपयोग व्यापार के लिए होता था।

  • 'हम्जानामा' में सुंदर लेख अताउल्ला काजवानी ने लिखे हैं।

  • चित्रसूत्र का उल्लेख विष्णु पुराण में पाया जाता है।

  • पाषाणयुगीन कलाकार आखेटक (शिकारी) होते थे।

  • मिट्टी के बर्तनों का आविष्कार नवपाषाण काल में हुआ था।

  • 'बुलजम्पर' नामक भित्तिचित्र मिनोन सभ्यता से प्राप्त है।

  • ताड़ पत्र पर काली स्याही से लिखा जाता था।

  • हाजी बेगम ने हुमायूँ का मकबरा बनवाया था।

मुगल और पहाड़ी कला

  • अकबर ने महान संगीतज्ञ हरिदास से भेंट की थी।

  • अकबर की मृत्यु दीनपनाह नगर स्थित पुस्तकालय से गिरकर हुई थी।

  • अकबर के मकबरे में मुगल वंश के अधिकतर लोग दफन किए गए हैं।

  • 'बालक अकबर अपने पिता को चित्र भेंट करते हुए' चित्र बसावन ने बनाया था।

  • इल्तुतमिश ने बारह खंभा महल का निर्माण करवाया था।

  • अंडाकार रूप व्यक्ति चित्र पहाड़ी शैली में बने हैं।

  • 'अमीर हम्जा' प्रति के 61 पृष्ठ इलाहाबाद संग्रहालय में सुरक्षित हैं।

  • मुगलकाल का प्रसिद्ध 'चिड़ियों का चितेरा' मंसूर था।

  • उस्ताद मंसूर की श्रेष्ठ कृतियाँ 'टर्की कॉक', 'मोर-मोरनी' और 'लाल फूलों का समूह' हैं।

  • मुगल चित्रों में रंगों को तीन वर्गों में रखा गया: खनिज, वानस्पतिक और रासायनिक।

  • अकबर कालीन चित्रकारों में सर्वाधिक संख्या हिंदू चित्रकारों की थी।

  • 'कन्नौज का युद्ध' के बाद हुमायूँ को भारत छोड़कर जाना पड़ा था।

  • वह मुगल बादशाह जो ज्योतिष विद्या का अच्छा जानकार था, हुमायूँ था।

  • 'शीरी कलम' की उपाधि अब्दुस्समद को दी गई थी।

  • मीर सैय्यद अली शिराज का निवासी था।

  • 'शिकार' के चित्र सबसे अधिक मुगल शैली में बने।

  • 'अकबर' के काल में चित्रकला पर विशेष प्रभाव पड़ा था।

आधुनिक और पश्चिमी कला

  • 'गुलाम के साथ ओडेलिक' चित्र इंग्रेस का है।

  • 'विगी लीवर्न' नामक महिला चित्रकार को ख्याति व्यक्ति चित्र से मिली।

  • 'रियलिज्म', 'रोमांटिज्म' और 'प्री-रफेललिटिज्म' के बजाय, 1715 ई. के लगभग इंग्लैंड में उत्पन्न भवन निर्माण कला को पैलेडियनिज्म कहा जाता है।

  • 'बोहॉस' कला की स्थापना 1919 में हुई थी।

  • 'द एनालिसिस ऑफ ब्यूटी' को विलियम होगार्थ ने प्रकाशित किया।

  • 'दर्शन ही प्लेटो और प्लेटो ही दर्शन है' कथन इमर्सन का है।

  • 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए जीनियस' साल्वाडोर डॉली की आत्मकथा है।

  • 'किमोन' को 'स्थिति लाघव' (संक्षेप में) देखने वाला प्रथम यूनानी चित्रकार माना जाता है।

विविध

  • भारत का पहला डाक टिकट 1947 में जारी हुआ था।

  • विश्व में डाक टिकट का जनक सर रोवलैंड हिल (ब्रिटेन) को माना जाता है।

  • हाजी बेगम ने हुमायूँ का मकबरा बनवाया था।

  • प्रथम कालिदास सम्मान कलाकार रामकिंकर बैज को मिला था।

  • जहाज महल मांडू में है।

  • टेंपरा तकनीक का प्रयोग एक्रेलिक रंग में करते हैं।

  • 'दिपर' टेक्सटाइल से संबंधित है।

  • हुमायूँ के मकबरे में मुगल वंश के अधिकतर लोग दफन किए गए हैं।

  • जापान द्वारा जारी की गई डाक टिकट में जटायु को सीता की रक्षा करते हुए दिखाया गया है।

  • प्रयागराज में नगर पालिका संग्रहालय स्थित है।

  • रस कला की आत्मा है, यह कथन भरतमुनि का है।

  • 'अप्रोच टू इंडियन आर्ट' के लेखक निहार रंजन रे हैं।

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