प्रभाववाद (Impressionism)

 

अवलोकन

  • समयकाल: 1870-1890 ईस्वी।

  • उद्भव: 19वीं शताब्दी के मध्य में फ्रांस में आधुनिक कला के पहले सशक्त आंदोलन के रूप में इसका उदय हुआ।

  • विशेषताएँ:

    • प्रभाववादी कलाकार अपने चित्रों में प्रकाश और वातावरण के क्षणिक प्रभावों को कैद करने पर ध्यान केंद्रित करते थे।

    • उन्होंने स्टूडियो के बजाय खुले में पेंटिंग करना शुरू किया।

    • वे शुद्ध (unmixed) रंगों का उपयोग करते थे और उन्हें कैनवास पर छोटे-छोटे स्ट्रोक में लगाते थे, ताकि वे आपस में मिलें और चमकीला प्रभाव पैदा करें।

    • उन्होंने काले, भूरे और बादामी रंगों का प्रयोग छोड़ दिया, क्योंकि वे सूर्य के प्रकाश में नहीं दिखते।

  • जापानी कला का प्रभाव: जापानी छापाकला (प्रिंट) शैली 'उकियो-ए' का प्रभाववादी कलाकारों पर गहरा प्रभाव पड़ा।


प्रमुख कलाकार और उनके योगदान

1. एडगर माने (Édouard Manet)

  • उपाधि: उन्हें 'प्रभाववाद का जनक' कहा जाता है।

  • शैली: वे यथार्थवाद और प्रभाववाद के बीच की कड़ी माने जाते हैं।

  • प्रमुख चित्र:

    • 'तृण पर भोजन' (Le Déjeuner sur l'herbe): यह उनका सबसे प्रसिद्ध चित्र है, जिसे 1863 में पेरिस के अस्वीकृत चित्रों की प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था।

    • 'ओलंपिया' (Olympia): 1863 में बनी यह कृति अपने समय में अत्यधिक विवादास्पद थी।

    • 'बांसुरी वाला' (The Fifer)

    • 'फोलिए बर्जेर का मदिरा गृह' (A Bar at the Folies-Bergère)

2. क्लाउड मोने (Claude Monet)

  • उपाधि: इन्हें 'प्रभाववाद का जनक' माना जाता है और 'पेंटर ऑफ सीरीज' भी कहा जाता है।

  • प्रमुख चित्र:

    • 'सूर्योदय का प्रभाव' (Impression, Sunrise): इसी चित्र के आधार पर 1874 में एक पत्रकार ने इस कला आंदोलन को 'प्रभाववाद' नाम दिया था।

    • 'घास का ढेर' (Haystacks)

    • 'रुएन के गिरजाघर' (Rouen Cathedral)

    • 'कुमुदिनी के फूलों की चित्र मालिका' (Water Lilies): यह उनकी सबसे प्रसिद्ध शृंखला है, जिसमें उन्होंने एक ही विषय को अलग-अलग समय पर चित्रित किया।

3. एडगर देगा (Edgar Degas)

  • योगदान: देगा ने बैले नर्तकियों, घुड़दौड़ और दैनिक जीवन के दृश्यों को चित्रित किया।

  • शैली: वे रेखांकन और संयोजन पर विशेष ध्यान देते थे। उन्होंने मुख्य रूप से पेस्टल रंगों का प्रयोग किया।

  • प्रमुख चित्र:

    • 'बैले रिहर्सल' (The Ballet Rehearsal): उन्होंने नृत्यांगनाओं के जीवन को अपनी कला का प्रमुख विषय बनाया।

    • 'जलपान गृह की गायिकाएँ' (Singers at the Café-Concert)

    • 'द टब' (The Tub)

4. पियरे-अगस्त रेनोइर (Pierre-Auguste Renoir)

  • शैली: रेनोइर ने मुख्य रूप से खुश और जीवंत दृश्यों को चित्रित किया, जिसमें उन्होंने स्त्रियों के चित्रों को विशेष महत्व दिया।

  • प्रमुख चित्र:

    • 'डांस एट ल मूलेन डे ला गालेत' (Bal du moulin de la Galette)

    • 'पियानो पर दो लड़कियाँ' (Two Sisters)

    • 'झूला' (The Swing)

5. हेनरी डी टूलूज़-लॉत्रेक (Henri de Toulouse-Lautrec)

  • योगदान: लॉत्रेक ने अपने पोस्टरों और चित्रों में पेरिस के नाइटलाइफ, विशेषकर Moulin Rouge जैसे कैफे और थिएटर के दृश्यों को कैद किया।

  • शैली: वे अपने विज्ञापन कला और लिथोग्राफी के लिए प्रसिद्ध हैं।

  • प्रमुख चित्र:

    • 'मुलें रूज़' के लिए पोस्टर

    • 'सर्कल फर्नांडो'

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