जन्म: 15 अप्रैल, 1452 को विंची, इटली में।
परिचय: वह पुनर्जागरण काल के एक बहुमुखी प्रतिभा वाले व्यक्ति थे, जिन्हें केवल एक चित्रकार के रूप में नहीं, बल्कि एक मूर्तिकार, वास्तुकार, संगीतज्ञ, इंजीनियर, वैज्ञानिक और दार्शनिक के रूप में भी जाना जाता है।
कलात्मक यात्रा और प्रमुख कार्य
प्रारंभिक शिक्षा:
लियोनार्डो ने फ्लोरेंस में प्रसिद्ध मूर्तिकार और चित्रकार एंड्रिया डेल वेरोक्कियो से कला की शिक्षा ली।
उनके और वेरोक्कियो द्वारा मिलकर बनाई गई पेंटिंग 'ईसा का बपतिस्मा' (The Baptism of Christ) एक महत्वपूर्ण शुरुआती कार्य है।
प्रमुख चित्रकला तकनीकें:
स्फुमैटो (Sfumato): यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें रंगों और रेखाओं को धुंधला करके धुएँ जैसा प्रभाव उत्पन्न किया जाता है, जिससे चित्र में गहराई और कोमलता आती है।
चियारोस्कुरो (Chiaroscuro): यह प्रकाश और छाया का उपयोग करके चित्र को त्रि-आयामी (3D) प्रभाव देने की तकनीक है।
लियोनार्डो की प्रसिद्ध कृतियाँ
मोना लिसा (Mona Lisa):
यह दुनिया का सबसे प्रसिद्ध और रहस्यमय चित्र है।
माना जाता है कि यह फ्लोरेंस के एक अधिकारी की पत्नी लीसा घेरार्डिनी का चित्र है।
चित्र की सबसे प्रसिद्ध विशेषता उसकी रहस्यमयी मुस्कान है।
यह वर्तमान में पेरिस के लूव्र संग्रहालय में सुरक्षित है।
'ईसा का अंतिम भोज' (The Last Supper):
यह 1495-1498 के बीच मिलान, इटली में सांता मारिया डेल्ले ग्राज़ी चर्च की दीवार पर चित्रित एक विशाल भित्तिचित्र है।
यह ईसा मसीह के अपने शिष्यों के साथ अंतिम भोजन को दर्शाता है।
यह फ्रेस्को-सेक्को विधि में बनाया गया है, जो सीधे दीवार पर पेंटिंग की जाती है।
'द विट्रूवियन मैन' (The Vitruvian Man):
1490 में पेन और स्याही से बनाया गया यह रेखाचित्र मानव शरीर के अनुपात को दर्शाता है।
यह चित्रकला और विज्ञान के बीच लियोनार्डो के जुनून का प्रतीक है।
'वर्जिन ऑफ द रॉक्स' (Virgin of the Rocks):
इस शीर्षक से उन्होंने दो चित्र बनाए। एक पेरिस के लूव्र संग्रहालय में है और दूसरा लंदन की नेशनल गैलरी में।
'साल्वेटर मुंडी' (Salvator Mundi):
यह ईसा मसीह को दर्शाने वाला एक चित्र है, जो हाल ही में नीलामी में $450.3 मिलियन में बिका, जिससे यह अब तक का सबसे महंगा चित्र बन गया।
वैज्ञानिक और तकनीकी योगदान
लियोनार्डो ने न केवल कला में बल्कि विज्ञान में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उन्होंने मानव शरीर रचना विज्ञान, रक्त परिसंचरण, और उड़ने वाली मशीनों (हेलिकॉप्टर और हवाई जहाज) के हजारों रेखाचित्र बनाए।
वह एक आविष्कारक थे जिन्होंने युद्ध में इस्तेमाल होने वाली बख्तरबंद गाड़ियों और पनडुब्बियों की कल्पना की।
निधन
2 मई, 1519 को 67 वर्ष की आयु में उनका फ्रांस के एम्बोइस में निधन हो गया। उनकी मृत्यु के साथ ही पुनर्जागरण का एक महान युग समाप्त हो गया।
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