पुनर्जागरण कला (Renaissance Art)

  • समयकाल: 1300/1350 ईस्वी - 1520/1530 ईस्वी।

  • अर्थ: 'रिनेसा' शब्द का अर्थ है 'पुनर्जन्म' या 'पुनरुत्थान'। इसका उपयोग सबसे पहले जियोर्जियो वसारी ने अपनी पुस्तक 'कलाकारों की जीवनी' में किया था।

  • उद्गम: पुनर्जागरण कला का केंद्र इटली था, विशेष रूप से फ्लोरेंस शहर। इसका आरंभ चित्रकार जिओत्तो की कला से माना जाता है, जो गोथिक कला के अंतिम और पुनर्जागरण कला के पहले कलाकार थे।

  • विशेषताएँ:

    • मानवतावाद (Humanism): इस कला का मूल आधार मानववाद था, जिसमें मनुष्य को कला का केंद्र बनाया गया।

    • तर्क और चिंतन: कलाकारों ने प्राचीन ग्रीक और रोमन कला का अध्ययन किया और तर्क तथा स्वतंत्र चिंतन पर जोर दिया।

    • धार्मिक विषयों का मानवीय चित्रण: धार्मिक विषयों को मानवीय भावनाओं और यथार्थवादी दृष्टिकोण से चित्रित किया गया।

    • तकनीकी उन्नति: इस काल में रेखीय परिप्रेक्ष्य (linear perspective) और छाया-प्रकाश (chiaroscuro) जैसी तकनीकों का विकास हुआ।


पुनर्जागरण के प्रमुख चरण

पुनर्जागरण कला को दो मुख्य चरणों में विभाजित किया गया है:

1. आरंभिक पुनरुत्थान काल (Early Renaissance Art)

  • समयकाल: 1320/30 ईस्वी - 1500 ईस्वी।

  • मुख्य कलाकार:

    • मसाच्चियो (Masaccio): फ्लोरेंस के पहले उल्लेखनीय चित्रकार, जिन्होंने रेखीय परिप्रेक्ष्य का आरंभ किया। उनका प्रसिद्ध चित्र 'द ट्रिब्यूट मनी' है।

    • दोनातेल्लो (Donatello): एक महान मूर्तिकार, जिनकी कांस्य की 'डेविड' प्रतिमा प्रसिद्ध है।

    • सैंड्रो बोत्तिचेल्ली (Sandro Botticelli): अपनी उत्कृष्ट पैनल पेंटिंग्स जैसे 'वीनस का जन्म' और 'बसंत' के लिए जाने जाते हैं।

2. उच्च अथवा चरम पुनरुत्थान काल (High Renaissance Art)

  • समयकाल: 1500 ईस्वी - 1527/30 ईस्वी।

  • मुख्य कलाकार: इस काल में कला अपनी चरम सीमा पर पहुँची और इसमें तीन महान कलाकारों का प्रभुत्व रहा:

    • लियोनार्डो दा विंची (Leonardo da Vinci): एक बहुमुखी प्रतिभा वाले कलाकार और वैज्ञानिक। उनकी प्रसिद्ध कृतियों में 'मोनालिसा', 'ईसा का अंतिम भोज' और 'द विट्रूवियन मैन' शामिल हैं।

    • माइकेल एंजेलो (Michelangelo): एक महान मूर्तिकार, चित्रकार और वास्तुकार। उनकी प्रसिद्ध कृतियों में 'डेविड' की मूर्ति और सिस्टाइन चैपल की छत पर बने चित्र, जैसे 'आदम की उत्पत्ति' और 'अंतिम न्याय', शामिल हैं।

    • रैफेल सैंजिओ (Raphael Sanzio): उन्हें 'डिवाइन पेंटर' कहा जाता है। वे अपने शांत और संतुलित चित्रों के लिए जाने जाते हैं। उनका सबसे प्रसिद्ध चित्र 'एथेंस का स्कूल' है।


अन्य महत्वपूर्ण कलाकार और तथ्य

  • वेनिस के कलाकार: वेनिस में कलाकारों ने रंगों को रेखांकन से अधिक महत्व दिया। टिशियन को 'इटली का वयोवृद्ध कलाचार्य' कहा जाता है, और उनकी कृति 'यूरोपा का शीलभंग' प्रसिद्ध है।

  • उत्तरी पुनरुत्थान (जर्मनी/नीदरलैंड):

    • अल्बर्ट ड्यूरर (Albrecht Dürer): एक प्रसिद्ध जर्मन प्रिंटमेकर और चित्रकार। वे अपने वुडकट प्रिंट्स जैसे 'एपोकैलिप्स' के लिए जाने जाते हैं।

    • वैन आइक बंधु: जॉन और ह्युबर्ट वैन आइक को तैल चित्रण का आविष्कारक माना जाता है। उनका प्रसिद्ध चित्र 'द अर्नोल्फिनी पोट्रेट' है।

  • मानवतावाद के जनक: पेट्रार्क को पुनर्जागरण काल में मानवतावाद का संस्थापक माना जाता है।

  • साहित्य: इस काल में दांते (द डिवाइन कॉमेडी), मैकियावेली (द प्रिंस) और विलियम शेक्सपियर (रोमियो एंड जूलियट) जैसे महान लेखकों का भी उदय हुआ।

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