सोमनाथ होर (Somnath Hore): एक परिचय

 

सोमनाथ होर का जन्म 1921 में चिटगाँव (अब बांग्लादेश) में हुआ था, और उनका निधन 2006 में शांतिनिकेतन में हुआ। उन्हें भारतीय कला जगत में एक ऐसे कलाकार के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने जीवन के दर्द और पीड़ा को अपनी कला का मुख्य विषय बनाया।


कलात्मक जीवन और पहचान

कला शैली और दर्शन

  • मुख्य विषय: उन्हें 'जिंदगी के जख्मों के कलाकार' के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 1943 के बंगाल के अकाल, वियतनाम के स्वतंत्रता संग्राम और आम लोगों की पीड़ा को अपनी कला में चित्रित किया।

  • प्रमुख कथन: "मैं तस्वीरें नहीं बनाता, मैं जख्म बनाता हूँ।"

  • विशेषता: उन्होंने 'सफ़ेद पर सफ़ेद' (White on White) शृंखला के प्रिंट बनाए, जो उनकी कला की एक अनूठी पहचान है।

शिक्षा और करियर

  • शैक्षणिक योग्यता:

    • उन्होंने गवर्नमेंट स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, कोलकाता से लिथोग्राफी और इंटेग्लिओ प्रिंट मेकिंग में डिप्लोमा प्राप्त किया।

  • प्रमुख पद:

    • 1954-1958: कोलकाता कॉलेज ऑफ आर्ट में प्राध्यापक।

    • 1958: दिल्ली पॉलिटेक्निक में छापाकला के अध्यक्ष और वरिष्ठ प्राध्यापक।

    • विजिटिंग प्रोफेसर: एम.एस. विश्वविद्यालय, बड़ौदा और कला भवन, शांतिनिकेतन में।

  • कला समूह: 1960 में वे सोसाइटी ऑफ कंटेम्परेरी आर्टिस्ट्स से जुड़े।


पुरस्कार और प्रमुख कलाकृतियाँ

सम्मान

  • पद्म भूषण: 2007 में भारत सरकार द्वारा।

  • ललित कला अकादमी पुरस्कार:

    • 2004 में रत्न पुरस्कार

    • 1984 में गगन अवानी पुरस्कार

प्रमुख कलाकृतियाँ

  • चित्र और प्रिंट:

    • फुटपाथ पर सो रहा बच्चा: लिनोकट (1956)

    • ग्रुप मीटिंग: वुड एनग्रेविंग (1953)

    • माँ और बच्चा: काष्ठ चित्र (1956), वियतनाम के स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित कांस्य मूर्तिशिल्प का भी यही शीर्षक था।

    • भूख: लिथोग्राफ (1977)

    • पीठ: काष्ठ चित्र (1973)

  • मूर्तिशिल्प:

    • माँ और बच्चा: वियतनाम स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित एक बड़ा कांस्य मूर्तिशिल्प।

    • चीख: कांस्य मूर्तिशिल्प (1985)

    • भय: कांस्य मूर्तिशिल्प (1989)

    • कुत्ता: एक अद्भुत मूर्तिशिल्प (1985)

  • अन्य: द एक्लिप्स, गुस्सा, दी डॉग, दी अनटाइटल्ड हेड, खजुराहो, नाइन्थ सिम्फनी।


प्रदर्शनियाँ

सोमनाथ होर की कलाकृतियों की प्रदर्शनियाँ देश और विदेश के कई शहरों में आयोजित की गईं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

  • किरण नाडार म्यूज़ियम ऑफ आर्ट, नई दिल्ली: 2012 में 'कौसिंगस टाइम अनफ़ोल्डीड' पार्ट 2।

  • दिल्ली आर्ट गैलरी, नई दिल्ली: 2011 में 'मेनिफेस्टेशन-4'।

  • प्रोजेक्ट-88, मुंबई: 2007 में 'लाइफ एंड आर्ट ऑफ सोमनाथ होर'।

  • लंदन और जॉर्डन: 2009 में दुन्ड एरिकोन गैलरी और 2008 में मोडेन्स रॉयल कल्चरल सेंटर, अमान, जॉर्डन में प्रदर्शनियाँ आयोजित हुईं।

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