-
जन्म: 1916, बेलगाम (कर्नाटक)।
-
शुरुआती संघर्ष: पिता की मृत्यु के बाद मात्र 11 वर्ष की आयु में साइनबोर्ड पेंट करने पड़े।
-
कला शैली:
-
आधुनिकतावादी तकनीकों और माध्यमों का प्रयोग।
-
अजन्ता चित्रकला की शास्त्रीय गरिमा + आधुनिकतावाद की आत्मा।
-
ग्रामीण जीवन और बाँसुरी जैसी मधुरता का चित्रण, लेकिन साथ ही शहर की गगनचुंबी इमारतों का यथार्थवादी चित्रण।
-
न तो ग्रामीण जीवन का आदर्शीकरण किया, न शहरी जीवन को नकारा।
-
-
शिक्षा: Sir J. J. School of Art, बॉम्बे से डिप्लोमा।
-
दिल्ली आगमन: 1943 (टेक्सटाइल डिज़ाइन में काम हेतु)।
-
योगदान:
-
AIFACS (All India Fine Arts and Crafts Society) के सदस्य।
-
Delhi Shilpi Chakra के संस्थापक अध्यक्ष।
-
त्रिवेणी कला संगम के संस्थापक सदस्य।
-
1973-78 तक ललित कला अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष।
-
-
प्रभाव: माया सभ्यता, एट्रस्कन कला, दक्षिण अमेरिकी यात्राओं से प्रेरणा।
-
सम्मान: कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार।
-
निधन: 1994।
0 टिप्पणियाँ