कृष्ण शामराव कुलकर्णी (1916–1994)


  • जन्म: 1916, बेलगाम (कर्नाटक)।

  • शुरुआती संघर्ष: पिता की मृत्यु के बाद मात्र 11 वर्ष की आयु में साइनबोर्ड पेंट करने पड़े।

  • कला शैली:

    • आधुनिकतावादी तकनीकों और माध्यमों का प्रयोग।

    • अजन्ता चित्रकला की शास्त्रीय गरिमा + आधुनिकतावाद की आत्मा।

    • ग्रामीण जीवन और बाँसुरी जैसी मधुरता का चित्रण, लेकिन साथ ही शहर की गगनचुंबी इमारतों का यथार्थवादी चित्रण।

    • न तो ग्रामीण जीवन का आदर्शीकरण किया, न शहरी जीवन को नकारा।

  • शिक्षा: Sir J. J. School of Art, बॉम्बे से डिप्लोमा।

  • दिल्ली आगमन: 1943 (टेक्सटाइल डिज़ाइन में काम हेतु)।

  • योगदान:

    • AIFACS (All India Fine Arts and Crafts Society) के सदस्य।

    • Delhi Shilpi Chakra के संस्थापक अध्यक्ष।

    • त्रिवेणी कला संगम के संस्थापक सदस्य।

    • 1973-78 तक ललित कला अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष।

  • प्रभाव: माया सभ्यता, एट्रस्कन कला, दक्षिण अमेरिकी यात्राओं से प्रेरणा।

  • सम्मान: कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार।

  • निधन: 1994।

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