माइकल एंजेलो (Michelangelo di Lodovico Buonarroti, 1475–1564)

 

माइकल एंजेलो (Michelangelo di Lodovico Buonarroti, 1475–1564)

परिचय

  • माइकल एंजेलो एक इतालवी मूर्तिकार, चित्रकार, वास्तुकार और कवि थे।

  • जन्म: 1475, फ्लोरेंस गणराज्य

  • मृत्यु: 1564

  • उच्च पुनर्जागरण (High Renaissance) के प्रमुख कलाकार

  • उन्हें उनके जीवनकाल में ही "सबसे महान जीवित कलाकार" कहा गया और बाद में "सर्वकालीन महानतम कलाकारों" में गिना गया।


कला और योगदान

  1. मूर्तिकला

    • प्रसिद्ध रचनाएँ: पिएटा (Pietà) और डेविड (David) (30 वर्ष की आयु से पहले बनाई गईं)

    • उनकी मूर्तिकला में अद्भुत यथार्थ और गहन भावनाएँ देखने को मिलती हैं।

  2. चित्रकला

    • चित्रकला को कम महत्व देने के बावजूद, उनकी कृतियाँ विश्वविख्यात हैं।

    • प्रमुख भित्तिचित्र:

      • जेनेसिस के दृश्य (सिस्टिन चैपल की छत, रोम)

      • दी लास्ट जजमेंट (सिस्टिन चैपल की वेदी की दीवार)

  3. वास्तुकला

    • लॉरेनटियन पुस्तकालय (Laurentian Library) – मेनेरनिस्ट शैली का उदाहरण।

    • सेंट पीटर बेसिलिका, रोम – मुख्य वास्तुकार बने (74 वर्ष की आयु में)।

    • उन्होंने इसकी योजना परिवर्तित की और पश्चिमी भाग व गुंबद (Dome) का निर्माण उनके डिज़ाइन के अनुसार हुआ।

  4. कविता और लेखन

    • माइकल एंजेलो ने कविता भी लिखी।

    • बचा हुआ पत्राचार, नमूने और संस्मरण उन्हें 16वीं शताब्दी का सर्वाधिक प्रलेखित कलाकार बनाते हैं।


जीवनकाल और प्रभाव

  • उनके जीवनकाल में दो जीवनी प्रकाशित हुईं।

  • जॉर्जियो वसारी ने उन्हें "सभी कलाओं में श्रेष्ठ" घोषित किया।

  • उन्हें अक्सर "Il Divino" (दिव्य व्यक्ति) कहा जाता था।

  • उनकी व्यक्तिगत और भावनात्मक शैली ने Mannerism नामक कला आंदोलन को जन्म दिया।


निष्कर्ष

माइकल एंजेलो केवल एक मूर्तिकार या चित्रकार नहीं थे, बल्कि पुनर्जागरण युग के संपूर्ण कलाकार थे। उनकी बहुमुखी प्रतिभा और गहन रचनात्मकता ने कला को एक नई दिशा दी। वे आज भी विश्वभर में कला प्रेमियों और विद्वानों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं।

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